अभी की कांग्रेस सरकार की नई घटनाए
अभी तक तो हम सब ने अपनी सत्तारूढ़ सरकार के तथाकथित राष्ट्रहित के कारनामे देखे , पर अब ये "सपनो के रखवाले प्रेत की टोली " के नए और पहले से भी अजीब कारनामों से आपको रु-ब-रु कराता
हूँ।
पहले हुए सारे घोटालों को भुला दें तो भी ये सरकार किसी हास्यास्पद चलचित्र के उछल्ले पत्रों की टोली ही लगती है। कुछ चंद उदाहरण देखें :-
1. 1.86 करोड़ के कोयला घोटाले के बाद पूरा का पूरा मंत्रिमंडल संसद में जब विपक्ष के घेराव पर था तो कोयला मंत्री ने स्वयं सदन सभा को स्थगित करने की सिफारिश की।
2. असल में ये पूरा का पूरा घोटाला लगभग 3.5 करोड़ के पार का था जिसमे DIAL को दिल्ली एअरपोर्ट के अप्रत्याशित ढंग से पास किये गए टेंडर भी शामिल थे , पर यह बात आई गई और भूली भी चली गई वरना सरकार का और भी दूर्गंजन होता।
2. जब पि . चिदंबरम वित्तीय अव्यवस्था में फसे तो उनका मंत्रिपद बदल कर बीच की राह निकाली गई और जनता को आँख रहते अँधा बनाया गया।
3. ये अजीब बात है की राजीव गाँधी के स्विस बैंक अकाउंट में 1,98,356 करोड़ रुपये अब भी हैं और स्विस बैंक ने मार्च 2012 को ही भारत सरकार को 10 संवेदनशील खतों की जानकारी दी थी पर अब भी न तो राजीव गांधी के खाते बंद हुए हैं न ही बाकी के ही 9 खाते।
4. एक महत्वपूर्ण तथ्य, स्विस बैंक में जमा कुल धन का 56 % भारत से जमा हुआ है।
क्या अब भी आप इस जोंक जैसी जनता की खून चूसने वाली अघोरी और लोलुप सरकार को सत्ता में स्थापित रहने की नुमाइंदगी करते हैं? सारे तथ्य दहारे मार कर कह रहे हैं की इनका वक्त आ गया है।
घोटाले, अव्यवस्था , हड़ताल, किसानों की आत्महत्या, सूखा , ना जाने कितने मानवजनित विपदा ये सरकार लायी . अब तो जागने का समय है। "अपने हक का हुंकार करें। अपने अधिकार का सम्मान करें। इस अकर्मण्य व्यवस्था .... क्षमा करें अव्यवस्था को व्यवस्था में परिवर्तित करना भी हम सबको ही है। झेलें नहीं, जियें। आपकी अपनी ज़मीं है, अपना वतन है। आगे बढ़ें और जहा से हो फेसबुक या ट्विट्टर या ब्लॉगर या फिर ऑरकुट, सबका प्रयोग करें और इसे जन की क्रांति बनाएं , धन्यवाद।